सुबह के जोक्स JOKES AND CHUTKULE

सुबह ऑफिस जाते समय रास्ते में संता की गाडी बंद हो गयी। पीछे वाली गाडी वाला बार-बार हॉर्न बजाने लगा। संता चिढ कर गाडी से उतरा, पीछे वाली गाडी के ड्राइवर को चाबी दी और बोला,
"ले भाई तू स्टार्ट कर ले, हॉर्न मैं बजाता हूँ।"

नेपाली नौकर : (सुबह सुबह)– ओ शाब जी!!
मोटर खराब हो गई।।

साहब जी बड़ा परेशान!!!!

अब क्या करुं नहाऊंगा कैसे??
इस कम्बख्त मोटर को भी सुबह ही खराब होना था।

नौकर: क्या करूं शाब जी ??
फैंक दूं इशको क्या?

साहब जी : पागल है क्या , करवाता हूं शाम तक ठीक.

नौकर : ठीक है शाब जी.
तो फिर ….. . . . . . . आज…… . . . . . . . . . . . . . . . . .
आलू में मोटर के बदले गोबी डाल देता हूं शाब जी..

आज कल के बच्चे रिफ्रेश होने के लिए जहाँ वाटर पार्क,
गेम सेंटर जाने की जिद करते हैं …

वहीं हम ऐसे बच्चे थे जो मम्मी-पापा के एक झापङ से ही फ्रेश हो जाते थे.!

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वो भी क्या दिन थे….?

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जब बच्चपन में कोई रिश्तेदार जाते समय 10 ₹ दे जाता था..

और माँ 8₹ टीडीएस काटकर 2₹ थमा देती थी….!!!

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आज कल के माँ बाप सुबह स्कूल बस में बच्चे को बिठा के ऐसे बाय बाय करते हैं,
जैसे पढ़ने नहीं,
विदेश यात्रा भेज रहें हो….

और
एक हम थे जो रोज़ लात खा के स्कूल जाते थे…

इंदौरी प्रार्थना –

‘त्वमेव गांठिया च भजिया त्वमेव,
त्वमेव पोहा, जलेबी त्वमेव ।
त्वमेव कचौरी च चटणी त्वमेव,
त्वमेव सर्वम् मुर्मुरि ने सेव ।’

रोज सुबह इस मंत्र का जाप करने से
उच्च श्रेणी के नाश्ते की प्राप्ति होती है!!