Politics-Jokes दौर-ए-चुनाव मे कहाँ कोई इंसान नजर आता है by Diksha दौर-ए-चुनाव मे कहाँ कोई इंसान नजर आता है,कोई हिन्दू, कोई दलित तो कोई मुसलमान नजर आता है;बीत जाता है जब इलाकों मे चुनाव का यह दौर,तब हर शख्स रोटी के लिये परेशान नजर आता है।POLITICS JOKES JOKES AND CHUTKULE - दौर-ए-चुनाव मे कहाँ कोई इंसान नजर आता है दौर-ए-चुनाव मे कहाँ कोई इंसान नजर आता है,कोई हिन्दू, कोई दलित तो कोई मुसलमान Show More Jokes 2 Points 0 Comments TagsHindi Jokes Politics-Jokes Jokes