अब तो लाशें लटकती मिलती है अबलाओं की पेड़ों से

अब तो लाशें लटकती मिलती है अबलाओं की पेड़ों से;

सिर्फ़ इंसानियत ही नहीं पर्यावरण भी शर्मिंदा है इंसानों से।
खबर और राजनीति JOKES AND CHUTKULE - अब तो लाशें लटकती मिलती है अबलाओं की पेड़ों से अब तो लाशें लटकती मिलती है अबलाओं की पेड़ों से;
सिर्फ़ इंसानियत ही नहीं

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