रात का मंजर कुछ ऐसा था ग़ालिब

रात का मंजर कुछ ऐसा था ग़ालिब,

महिलाएँ आसमान में चाँद देख रही थी और पुरुष अगल-बगल की छत पर।
नटखट JOKES AND CHUTKULE - रात का मंजर कुछ ऐसा था ग़ालिब रात का मंजर कुछ ऐसा था ग़ालिब,
महिलाएँ आसमान में चाँद देख रही थी और पुरुष अगल-बगल की छत पर।

you don't wanna miss this