हसरत-ए-दीदार के लिये जब होइ हमारी तमन्ना

हसरत-ए-दीदार के लिये जब होइ हमारी तमन्ना;

उसकी गली मे हमने मोबाईल की दुकान खोली;

मत पूछो अब हालात-ए-बेबसी का, ऐ गालिब;

के रोज़ एक नया शख्स उनके नम्बर पे रीचार्ज़ करवानें आता है।
NATKHAT JOKES AND CHUTKULE - हसरत-ए-दीदार के लिये जब होइ हमारी तमन्ना is a great joke about नेपाली नया जोक्स. It is a hilarious joke if you like नई जोक्स and

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