Natkhat हसरत-ए-दीदार के लिये जब होइ हमारी तमन्ना by Sunil हसरत-ए-दीदार के लिये जब होइ हमारी तमन्ना;उसकी गली मे हमने मोबाईल की दुकान खोली;मत पूछो अब हालात-ए-बेबसी का, ऐ गालिब;के रोज़ एक नया शख्स उनके नम्बर पे रीचार्ज़ करवानें आता है।NATKHAT JOKES AND CHUTKULE - हसरत-ए-दीदार के लिये जब होइ हमारी तमन्ना is a great joke about नेपाली नया जोक्स. It is a hilarious joke if you like नई जोक्स and Show More Jokes 2 Points 0 Comments TagsHindi Jokes Natkhat Jokes नेपाली नया जोक्सनई जोक्सनेपाली जोक्स अनी चुट्किला