Natkhat हमारे बचपन के संस्कार ही हैं कि घर में हवन होते समय घर के लड़के मंत्र भले ना बोल पायें पर स्वाहा इतनी ज़ोर से बोलते हैं कि सारी पापी आत्माएं आवाज़ सुनकर ही मर जाती हैं। by Vishal हमारे बचपन के संस्कार ही हैं कि घर में हवन होते समय घर के लड़के मंत्र भले ना बोल पायें पर स्वाहा इतनी ज़ोर से बोलते हैं कि सारी पापी आत्माएं आवाज़ सुनकर ही मर जाती हैं। NATKHAT JOKES AND CHUTKULE - हमारे बचपन के संस्कार ही हैं कि घर में हवन होते समय घर के लड़के मंत्र भले ना बोल पायें पर स्वाहा इतनी ज़ोर से बोलते हैं कि सारी पाप Show More Jokes 2 Points 0 Comments TagsHindi Jokes Natkhat Jokes जोक्स हिंदी मेंहिंदी में जोक्सहिंदी में जोक्स