यूँ ही नहीं

यूँ ही नहीं, इस माह को जेठ कहते हैं साहब;

इस माह सब सूरज के सामने सिर ढक के चलते हैं!
नटखट JOKES AND CHUTKULE - यूँ ही नहीं यूँ ही नहीं, इस माह को जेठ कहते हैं साहब;
इस माह सब सूरज के सामने सिर ढक के चलते हैं!

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