सुबह के जोक्स JOKES AND CHUTKULE

बंता: व्रत है?
प्रीतो: हाँ जी
बंता: कुछ खाया?
प्रीतो: हाँ जी
बंता: क्या?
प्रीतो: केला, सेब, अनार , मूंगफली, फ्रूट क्रीम, आलू की टिक्की, साबूदाने की खीर, साबूदाने के पापड़, कुट्टू की पूरी, सावंख के चावल, सिंघाड़े के आटे का हलवा, खीरा, सुबह-सुबह चाय और अब जूस पी रही हूँ।
बंता: बहुत सख्त व्रत रख रही हो, यह हर किसी के बस का कहाँ है। और कुछ खाने की इच्छा है? देख लो कहीं कमज़ोरी न आ जाए।

इंदौरी प्रार्थना –

‘त्वमेव गांठिया च भजिया त्वमेव,
त्वमेव पोहा, जलेबी त्वमेव ।
त्वमेव कचौरी च चटणी त्वमेव,
त्वमेव सर्वम् मुर्मुरि ने सेव ।’

रोज सुबह इस मंत्र का जाप करने से
उच्च श्रेणी के नाश्ते की प्राप्ति होती है!!

आज कल के बच्चे रिफ्रेश होने के लिए जहाँ वाटर पार्क,
गेम सेंटर जाने की जिद करते हैं …

वहीं हम ऐसे बच्चे थे जो मम्मी-पापा के एक झापङ से ही फ्रेश हो जाते थे.!

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वो भी क्या दिन थे….?

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जब बच्चपन में कोई रिश्तेदार जाते समय 10 ₹ दे जाता था..

और माँ 8₹ टीडीएस काटकर 2₹ थमा देती थी….!!!

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आज कल के माँ बाप सुबह स्कूल बस में बच्चे को बिठा के ऐसे बाय बाय करते हैं,
जैसे पढ़ने नहीं,
विदेश यात्रा भेज रहें हो….

और
एक हम थे जो रोज़ लात खा के स्कूल जाते थे…